संघाई सहयोग संगठन SCO – 2022 की बैठक इस वर्ष उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित है इसका गठन वर्ष 2001 में हुआ था जिसका मुख्यालय चीन की राजधानी बीजिंग में है| इसके शुरुआत में इसमें कुल 6 सदस्य देश थे रूस, चीन, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान| SCO एक पॉलिटिकल, इकोनॉमिकल और सिक्योरिटी आर्गेनाईजेशन है|
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) को लोग NATO के काउंटर के रूप में मानते हैं| SCO देशों में शामिल 4 देश परमाणु संपन्न हैं रूस, चीन, भारत और पाकिस्तान तथा अर्थव्यवस्था और सैन्य ताकत के लिहाज से रूस, चीन और भारत प्रमुख महाशक्तियों में शामिल है|
इस संगठन में कुल 8 स्थायी सदस्य हैं रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान| भारत और पाकिस्तान को इस संगठन में वर्ष 2017 में स्थायी सदस्य बनाया गया| इस संगठन में शामिल देशों में दुनिया की कुल 44% आबादी यहीं रहती है|
इस संगठन में 4 देश आब्जर्वर सदस्य हैं ईरान, अफगानिस्तान, बेलारूस और मंगोलिया| इस संगठन के साथ 6 देश आर्मीनिया,अजरबैजान, कम्बोडिया, नेपाल, तुर्की और श्रीलंका डायलॉग पार्टनर हैं|
SCO को दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन माना जाता है| इस संगठन की आधिकारिक भाषा रशियन और चीनी है, दुनिया की 44% आबादी, 22% जमीन और 20% जीडीपी SCO देशों के पास है|